बुराईयां
अपने दिल दिमागक के थोड़े से भी हिस्से से आप बुराईयों को निकाल बाहर कीजिए तुरन्त उस स्थान को सृजनात्मकता भर देगी। --
डी हाक
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें