आश्चर्य
संसार के आश्चर्य और वैचित्र्य
को बुद्धि से नहीं आत्मा से जानो। ---
विनोबा भावे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें