शिक्षा
जो शिक्षा हमें प्राचीन संस्थाओं तथा प्राचीन विचारों में ही फांसे रखें वह शिक्षा अर्वाचीन समय में शिक्षा कहलाने योग्य नहीं। ---
गणेश शंकर विद्यार्थी
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