धर्म का पालन
मनुष्य अपने धर्म का पालन करे किंतु उसका कर्म दूसरों को अपमानित न करे यदि हम दूसरों को अपमानित करते है तो हम दूसरों के सम्मान के अधिकारी नहीं रहते । ---
वेद व्यास
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें