लोकतंत्र
एक ऐसा लोकतंत्र जो अनुशासित हो और विवेकवान हो वह दुनिया की सबसे सुंदर वस्तु है। -- महात्मा गांधी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें